जल तत्त्व का संतुलन
पञ्च तत्वों का रहस्यमयी संसार
जल तत्त्व का संतुलन –
महोदय / महोदया , आपका जल तत्त्व असंतुलित होने के कारण आपको सम्बंधित समस्या / समस्यायें हो रही है | इसे ठीक करने के लिए कृपया आपको निम्न लिखित उपायों का पालन करना अनिवार्य है |
1 . मध्यमा , { Middle Finger } में छोटी अँगुली तरफ पीला रंग लगाये , दोनों हाथों की अँगुलियों में , दोनों तरफ़ ,दिन में तीन बार रंग लगायें , रोग के पूरी तरह ठीक होने तक लगायें | यह पीला रंग आप स्केच पेन से भी लगा सकते है, अगर हल्दी का प्रयोग करेगे तो ज्यादा जल्दी अच्छे परिणाम मिलते है | { चित्र में दिए गये अनुसार }                                   
2 . रात्रि में तांबे के बर्तन में पानी भरकर रखे, सुबह सबसे पहले खाली पेट पियें |
3. पानी को प्राण ऊर्जा युक्त बनाकर पियें , इससे शरीर के समस्त रोग कुछ समय में ही ठीक हो जाते है |
4. छह महीने से जिन परिचित लोगों से बात नहीं की है, उनसे बात करना शुरू करें |
5. घर से बाहर जाकर लोगों से जान – पहचान बढ़ायें |
6. किसी की शिकायत न करें और न ही किसी से अनुरोध करें |
7. रात्रि के समय अपने बिस्तर के पास स्वच्छ जल से भरकर कोई बर्तन जरूर रखें |
8. नदी , झील , तालाब , समुद्र में स्नान जरूर करें |
9. जल तत्व का ध्यान करें |
10. जल का संरक्षण करें , फालतू न बहायें |
11. मूलाधार चक्र का ध्यान करें , उसकी फ़्रिक्वेन्सी का संगीत सुनें |
12. शनि ग्रह की पूजा अर्चना करें |
13 . प्राण योग जल तत्त्व ध्यान करें |
14. घूंट – घूंट पानी पियें |

जल तत्व की महत्वपूर्ण जानकारी

ल तत्व के अंग – किड़नी , मूत्राशय
संवेदी अंग – कान , अस्थियाँ ,नाख़ून
मौसम – शीत ऋतु
दिन का समय – दोपहर 3 बजे से शाम 7 बजे तक |
महीने – नवम्बर , दिसम्बर
रंग – नीला , काला
स्वाद – नमकीन
स्वभाव – डर और चिन्ता
ध्वनि – कराहने की आवाज़
गन्ध – सड़ा हुआ
आयु – 60 से वर्ष मृत्यु पर्यन्त तक
चक्र – मूलाधार चक्र
ऊर्जा – शीतलता

जल तत्त्व का शरीर में स्थान
जल
रक्त
बसा { फैट }
मूत्र
लार
बीर्य

जल तत्व की बीमारियाँ –

शारीरिक

बालों की रूसी
स्मरण शक्ति की कमी
शरीर पर झुर्रियाँ
सर्दी -जुकाम
ओस्टेओ आर्थराइटिस
ओस्टेओ पोरोसिस
कार्टीलेज का घिसना
रीढ़ की अस्थि में समस्या
रक्त की कमी
गंजापन
बालों का सफ़ेद होना
कानों की समस्या
प्रोस्ट्रेट
किड़नी की समस्या
रात में बार -बार पेशाब आना
मुँह का सूखना
थकान
कमज़ोरी
घुटनों की तकलीफ
साइनस
प्रजनन सम्बन्धी रोग
अचानक चोट लगना
मसल्स में दर्द
सर दर्द
आँखों में दर्द
आँसू आना
निम्न रक्त चाप
शरीर में कड़ापन
कूल्हे में दर्द

मानसिक समस्याऐं

अवसाद
विचारों की अस्पष्टता
अकेलापन
असुरक्षा
गुस्सा आना
नींद न आना
भुलक्कड़
सपने आना
हीनता की भावना
भय
जीवन से बिलगाव
सामाजिक दूरी

योगी योगानंद { आध्यात्मिक गुरू , एवं प्राण योग के प्रणेता }