जोड़ों की समस्या का घरेलु इलाज
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पानी में छिपा आपकी रोग मुक्ति का रहस्य – भाग एक
योगी योगानंद { आध्यात्म और योग गुरु }
1. पानी से इलाज –
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अगर आप खड़े होकर ,गट -गट करके जल्दी जल्दी पानी पीते है, तो आपको घुटनों के दर्द के साथ अनेक प्रकार की बिमारियों से ग्रसित होने की प्रबल सम्भावना है, और विश्व का कोई भी व्यक्ति आपको ठीक नहीं कर सकता, हम स्वयं अपने मित्र और शत्रु है | हमारे शरीर के भार का 70 प्रतिशत भाग जल का होता है, आपने कभी गौर किया कि जो हम पानी पीते है, वो हमारे लिए कही जहर का कार्य तो नहीं कर रहा है | अगर अभी तक बेखबर रहे है तो अब खबरदार हो जाएँ ,| दूसरे दिन मेने बताया था, कि हमारा भोजन दो प्रकार का होता है, पहला ऐसिडिक अर्थात तेजाबी और दूसरा अल्कालाइन अर्थात छारीय |
नॉवेल पुरस्कार प्राप्त वैज्ञानिक डॉ. ओट्टो वानवर्ग लिखते है, कि घुटनों की समस्या , कैंसर सहित 1000 प्रकार की बीमारियाँ ऐसिडिक भोजन से ही उत्पन्न होती है |
भूमि के प्रदुषण , वृक्षों की अंधाधुंध कटाई और फ्लोराईड के कारण अनेक शहरो का पीने का पानी ऐसिडिक हो गया है, जो कैंसर सहित अनेक बीमारियों का कारण है,
{ हम जो पानी पीते है, वो ऐसिडिक है या एल्कलाइन इसकी जाँच की बहुत सरल विधि है, और घर में ही आप कैसे एल्केलाइन वॉटर बना सकते है, इसकी कभी हम बाद में चर्चा करेंगे }
प्रकृति ने ऐसी व्यवस्था की है की अगर हम बैठकर ,घूट घूट पानी पीते है तो मुँह में उपलब्ध लार उसमे मिलकर उसे एल्कलाइन बना देती है, जिससे सभी प्रकार की बीमारियाँ स्वत; ठीक होने लगती है.| ऐसा करने से घुटनों की तकलीफ एक सप्ताह में 2 5 से 30 प्रतिशत तक कम हो जाती है |
2 . दूसरी विधि – जल को दिव्य औषधि बनाना–
जल एक जीवित वस्तु है , जिसे आप दिव्य औषधि बना सकते है | यह हमारे धार्मिक ग्रन्थों में सदियों से वर्णित है | परन्तु जापान के वैज्ञानिक मसारू इमोटो में वैज्ञानिक आधार पर इसे सही साबित कर दिया , उन्होंने पानी के सामने अच्छे अच्छे शब्द कहे पानी से सामने प्रार्थना की और देखा की पानी की क्रिस्टलीय संरचना हीरे के समान चमकदार हो गयी , और इस पानी को पीने से अनेक प्रकार की बीमारियाँ ठीक हुयी , जबकि दूसरी ओर पानी के सामने निरर्थक शब्द कहे और देखा की पानी की संरचना बहुत ख़राब हो गयी | { इसका वीडियो आपको भेजा जा रहा है } अगर आप भी पानी के सामने हाथ जोड़कर प्रार्थना करें , और अपनी बीमारी से मुक्त करने का आग्रह करे तो इसके चमत्कारिक परिणाम आपको देखने को मिलेंगे | जब हम प्रार्थना करते है तो हमारी हथेलियों से प्रति सेकंड 36 सर्किल प्राण ऊर्जा निकलने लगती है जो सामान्य अवस्था में 4 सर्किल प्रति सेकंड निकलती है | यह ऊर्जा हमारे शरीर में प्रवेश करके शारीरिक , मानसिक और आध्यात्मिक रूप से स्वस्थ बनाती हैं |
3 . घुटनों में लिक्विड समाप्त हो जाना –
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एक कप गुनगुने पानी में तीन चम्मच एप्पल साइडर विनेगर तथा 1 चम्मच शहद मिलकर ४० दिन तक दिन में तीन बार पीने से घुटनों में समाप्त हुआ सायनोवियल फ्लूड बनना शुरू हो जाता है |
4 . घुटनों में सूजन आना
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– भोजन में दालचीनी, जीरा, अदरक और हल्दी का उपयोग ज्यादा से ज्यादा करें। गर्म तासीर वाले इन पदार्थों के सेवन से घुटनों की सूजन और दर्द कम होता है।
5 . घुटनों में गर्माहट रहना या जलन पड़ना –
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मेथी दाना, सौंठ और हल्दी बराबर मात्रा में मिला कर तवे या कढ़ाई में भून कर पीस लें। रोजाना एक चम्मच चूर्ण सुबह-शाम भोजन करने के बाद गर्म पानी के साथ लें।
6 . कार्टिलेज का टूटना या घिस जाना –
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रोज सुबह खाली पेट, तीन चम्मच देसी चना , एक चम्मच मेथी अंकुरित करके खाने से कार्टिलेज की समस्या का समाधान हो जाता है | आप
सुबह खाली पेट लहसुन की एक कली दही के साथ खाएं।
अलसी के दानों के साथ दो अखरोट की गिरी सेवन करने से जोड़ों के दर्द में आराम मिलता है।
7 . घुटनों में गैप आना
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गेहूँ के दाने के आकार के बराबर चूना दही या दूध में घोलकर दिन में एक बार खाएं। इससे अगर घुटनों की तकलीफ नई नई है तो 6 -7 दिन में ही घुटनों का दर्द ठीक हो जाता है, अगर ज्यादा समय से समस्या है तो इसे 90 दिन तक लेने से कैल्शियम की कमी दूर होगीऔर घुटनों में आया गैप प्राकृतिक रूप से ठीक होगा |
8 . लिगामेंट का टूट जाना – प्राण ऊर्जा से लिगमेंट का इलाज संभव है , अनेक मरीजों को तुरंत एक मिनिट में ही पूरी तरह ठीक होते देखा गया है |
9 . जोड़ों में कड़ापन आना – 50 ग्राम पालक , 50 ग्राम पार्शली पांच गाजर , एक आँवला , 10 ग्राम पुदीना , 50 ग्राम लौकी ,एक मूली , एक टमाटर को लेकर जूस बनाये , यह जोड़ों का कड़ापन ख़तम करके जोड़ो में लोचकता प्रदान करता है, और जोड़ो, से यूरिक एसिड को बाहर निकलता है |