उच्च रक्तचाप High Blood Pressure

उच्च रक्तचाप का घरेलु इलाज
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योगी योगानंद
{ अध्यात्म एवं योग गुरु }
प्रिय परिजनों , आज से हम उच्च रक्तचाप { हाई ब्लड प्रेसर } पर सीरीज शुरू करने जा रहे है, यह बहुत खरतनाक बीमारी है, जिससे व्यक्ति कोमा में चला जाता है, हम आपको बतायेंगे , आप बिना दवा , बिना जाँच , बिना इंजेक्शन के तुरंत इसे कैसे नियंत्रित कर सकते है, और कुछ ही दिन में ज़हरीली , जिन्दगी भर चलने वाली गोलियों से निजात पा सकते है | आज इसके लक्ष्णों , कारणों और घरेलु इलाज पर एक नजर ==

लक्षण : –
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हाई ब्लड प्रेशर के लक्षण : / High Bp Symptoms

1 हाई ब्लड प्रेशर रोग में सिर के दोनों तरफ तेज सिर दर्द,
2 सिर में भारीपन
3 चक्कर आना
4 थकावट महसूस करना
5 मानसिक और शारीरिक श्रम से अनिच्छा |
6 नींद न आना
7 आँखों में खून उतर आना,
8 सिर की नसों का स्पष्ट फड़कना
9 घबराहट, जी मिचलाना
10 गैस की तकलीफ
11 मानसिक तनाव से एकाग्रता का अभाव
12 सीने में दर्द, हाथ-पैर में झुनझुनी पैदा होना
13 लकवा लगना
14 बेहोश होकर अचेत पड़े रहना
15 चेहरा तमतमाया हुआ रहना
16 नाक से रक्तस्राव
17 सांस लेने में तकलीफ मानो दमा हुआ हो आदि लक्षण देखने को मिलते हैं।
18 सीने में दर्द या भारीपन
19 सांस लेने में परेशानी
20 अचानक घबराहट
21 समझने या बोलने में कठिनाई
22 चेहरे , बांह या पैरो में अचानक सुन्नपन |
23 थकान
24 नज़रों की समस्या
25 मूत्र में रक्त
26 धूंधला दिखना
27 नाक से खून निकलना
यह रोग आजीवन चलता रहता है। इलाज न कराने पर हार्ट अटैक, पक्षाघात, दिमागी नस फटना, ब्रेन हैमरेज ,गुर्दो की खराबी या आकस्मिक मौत का कारण भी बन सकता है।

उच्च रक्त चाप { High Blood Presure } के कारण
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भोजन में अधिक समुद्री नमक का प्रयोग
धूम्रपान
मोटापा
शारीरिक गतिविधियों में कमी
बढ़ती उम्र
आनुवंशिकता
शराब का सेवन
तनाव और थायराइड
गुर्दे से जुड़ा पुराना रोग
एड्रिनल संबंधी परेशानी (गुर्दे के ऊपर स्थित ग्रंथियां)
स्लीप एप्निया (गंभीर नींद विकार)
वसा युक्त भोजन का अधिक सेवन
किडनी का कोई रोग
थायरॉइड की समस्या
गर्भनिरोधक दवाओं का अधिक सेवन
सर्दी-जुकाम और दर्द की दवाओं का अधिक सेवन
ड्रग्स आदि |

उच्च रक्त चाप का घरेलु इलाज
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1.लहसुन
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लहसुन ब्लड प्रेशर ठीक करने में बहुत मददगार घरेलू उपाय है। यह रक्त का थक्का नहीं जमने देता है। और कोलेस्‍ट्रॉल को नियंत्रित रखता है। सुबह खाली पेट लहसुन की दो कच्ची कालिया खाने से 2 माह में हमेशा के लिए इस समस्या से मुक्ति मिल जाती है |

2 आवला –
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एक बडा चम्मच आंवले का रस और इतना ही शहद मिलाकर सुबह-शाम लेने से हाई ब्लड प्रेशर में लाभ मिलता है |

3 मूँग
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50 ग्राम अँकुरित करके मूँग खाने से ब्लड प्रेसर जल्दी ठीक होता है |

4 काली मिर्च
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जब ब्लड प्रेशर बढा हुआ हो तो आधा गिलास मामूली गर्म पानी में काली मिर्च पाउडर एक चम्मच घोलकर 2-2 घंटे के अंतराल पर पीते रहें।

5 तरबूज के बीज
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तरबूज के बीज की गिरी तथा खसखस अलग-अलग पीसकर बराबर मात्रा में मिलाकर रख लें। इसका रोजाना सुबह एक चम्‍मच सेवन करें।

6 नींबू
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बढे हुए ब्लड प्रेशर को जल्दी कंट्रोल करने के लिये आधा गिलास पानी में आधा नींबू निचोड़कर 2-2 घंटे के अंतर से पीते रहें।

7 तुलसी के पत्ते
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पांच तुलसी के पत्ते तथा दो नीम की पत्तियों को पीसकर 20 ग्राम पानी में घोलकर खाली पेट सुबह पिएं। 10 दिन में लाभ नजर आने लगेगा।

8 पपीता
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हाई ब्लडप्रेशर के मरीजों के लिए पपीता भी बहुत लाभ करता है, इसे प्रतिदिन खाली पेट चबा-चबाकर खाएं। और कच्चा पपीता अगर मिल जाये तो वह बहुत ज्यादा लाभदायक होता है |

9 जमीन पर चलना और लेटना
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सुबह शाम घास पर या जमीन पर नंगे पैर चलने और लेटने से सभी प्रकार की बीमारियां जल्दी ही ठीक हो जाती है । एडमंड जस्ट { गाँधी जी के प्राकृतिक चिकित्सा के गुरु } अपनी पुस्तक Reture to Nature में लिखते है कि दस हजार प्रकार की बीमारियां मिटटी से ठीक होती है | सुबह शाम ३० मिनिट मिटटी में चलने से २ -३ दिन में ही फर्क महसूस होने लगता है |

10 सौंफ, जीरा, मिश्री
सौंफ, जीरा, मिश्री तीनों बराबर मात्रा में लेकर पाउडर बना लें। एक गिलास पानी में एक चम्मच मिश्रण घोलकर सुबह-शाम पीते रहें।

11 मेथीदाना

एक चम्मच अँकुरित मेथीदाना सुबह खाने से कब्ज़ , डायबिटीज , ब्लड प्रेसर सहित लगभग 100 प्रकार की बीमारियों में लाभ मिलता है ।

12 पालक और गाजर

पालक और गाजर का रस बराबर मात्रा में मिलाकर एक गिलास सुबह -शाम सेन्धा या काला नमक मिलाकर पीयें, अनेक बीमारियों से मुक्ति मिलेगी |
13 करेला
एक करेला का जूस निकालकर सुबह पिए , ब्लड प्रेसर और डायबिटीज हमेशा नॉर्मल रहेगी
14 सहजन

सहजन की फ़ली उच्च रक्त चाप-रोगी के लिये परम हितकारी हैं। साथ ही इसकी पत्तियों का काढा बनाकर पिए , या इसकी पत्तियों का पाउडर बनाकर उसमें सेन्धा नमक मिलाकर सुबह शाम एक एक चम्मच लेने से 300 प्रकार की बीमारियों में फ़ायदा मिलता है |
15 गेहूं व चना

गेहूं व चने के आटे को बराबर मात्रा में लेकर बनाई गई रोटी खूब चबा-चबाकर खाएं, आटे से चोकर न निकालें।
16 ब्राउन चावल
ब्राउन चावल उपयोग में लाएं। यह उच्च रक्त चाप रोगी के लिये बहुत ही लाभदायक भोजन है।
17 अदरक
प्याज और लहसुन की तरह अदरक भी काफी फायदेमंद होता है। इनसे धमनियों के आसपास की मांसपेशियों को भी आराम मिलता है जिससे उच्च रक्तचाप नीचे आ जाता है।
18 अलसी
अलसी में एल्फा लिनोनेलिक एसिड काफी मात्रा में पाया जाता है। यह एक प्रकार का महत्वपूर्ण ओमेगा – 3 फैटी एसिड है। कई स्टडीज में भी पता चला है कि जिन लोगों को हाइपरटेंशन की शिकायत होती है, उन्हें अपने भोजन में अलसी का इस्तेमाल शुरू करना चाहिए। इसमें कोलेस्ट्रॉल की मात्रा कम होती है और इसे खाने से ब्लड प्रेशर भी कम हो जाता है | रोस्टेड अलसी एक एक चम्मच सुबह शाम खाये , बहुत लाभ होगा |
19 प्याज
प्याज का सेवन करने से ब्लड प्रेशर कम हो जाता है। प्याज में क्वेरसेटिन नामक फ्लेवोनॉयड्स तत्व भरपूर मात्रा में पाया जाता है। जिससे रक्त वाहिकाएं पतली हो जाती है। यही कारण है कि प्याज का सेवन कर ब्लड प्रेशर कम हो जाता है।
20 मूली
मूली खाने से ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है। इसे पकाकर या कच्चा खाने से बॉडी को मिनरल्स व सही मात्रा में पोटैशियम मिलता है। यह हाइ-सोडियम डाइट के कारण बढ़ने वाले ब्लड प्रेशर पर भी असर डालता है।

21. इलायची

जानकारों के मुताबिक इलायची के नियमित सेवन से ब्लड प्रेशर प्रभावी ढंग से कम होता है। इसे खाने से शरीर को एंटीऑक्सीडेंट मिलते हैं। साथ ही, ब्लड सर्कुलेशन भी सही रहता है।

22. प्याज

नियमित प्याज खाने से कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल में रहता है। इसमें क्योरसेटिन होता है। यह एक ऐसा ऑक्सीडेंट फ्लेवेनॉल है, जो दिल को बीमारियों से बचाता है।

23. दालचीनी

दालचीनी के सेवन से ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है। दालचीनी में एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है यह ब्लड सर्कुलेशन को सुचारू रखता है।

24. शर्बत

सौंफ़, जीरा, शक्कर तीनों बराबर मात्रा में लेकर पाउडर बना लें। एक गिलास पानी में एक चम्मच मिश्रण घोलकर सुबह-शाम पिएं।

25. अदरक

बुरा कोलेस्ट्रोल धमनियों की दीवारों पर प्लेक यानी कि कैल्शियम युक्त मैल पैदा करता है जिससे रक्त के प्रवाह में अवरोध खड़ा हो जाता है और नतीजा उच्च रक्तचाप के रूप में सामने आता है। अदरक में बहुत हीं ताकतवर एंटीओक्सीडेट्स होते हैं जो कि बुरे कोलेस्ट्रोल को नीचे लाने में काफी असरदार होते हैं। अदरक से आपके रक्तसंचार में भी सुधार होता है, धमनियों के आसपास की मांसपेशियों को भी आराम मिलता है जिससे कि उच्च रक्तचाप नीचे आ जाता है।

26. रक्त गाढ़ा ना होने दें

लहसुन ब्लड प्रेशर ठीक करने में बहुत मददगार घरेलू उपाय है। यह रक्त का थक्का नहीं जमने देती है। धमनी की कठोरता में लाभदायक है। रक्त में ज्यादा कोलेस्ट्ररोल होने की स्थिति का समाधान करती है। उच्च रक्तचाप का एक प्रमुख कारण होता है रक्त का गाढा होना। रक्त गाढा होने से उसका प्रवाह धीमा हो जाता है। इससे धमनियों और शिराओं में दवाब बढ जाता है।

27.संतरा

यह फल घरेलू उपचार की सूची में पहला तरीका है, जो रक्तचाप को कम करता है। संतरा एक ऐसा फल है जिसमें बड़ी मात्रा में विटामिन सी होता है, जो शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।

संतरे के रस में बहुत सारे उपयोगी तत्व होते हैं, जिनमें से एक है एक्सीपरिडिन। यह हमारे स्वास्थ्य की रक्षा करने में मदद करता है। संतरे में हेस्पेरिडिन और विटामिन सी भी पाया जाता हैं।

संतरे में पोटेशियम के उच्च स्तर भी उच्च रक्तचाप के उपचार करने में सक्षम हैं। इसलिए, संतरे का सेवन या संतरे का जूस नियमित रूप से पीने से उच्च रक्तचाप को कंट्रोल करने में मदद मिलती है।

28.बैंगनी शकरकंद Purple sweet potato

वजन घटाने में मदद करने के अलावा, बैंगनी शकरकंद रक्तचाप में भी मदद कर सकता है। इसलिए, हर दिन दो बैंगनी शकरकंद खाने से आपको अपना वजन कम करने और उच्च रक्तचाप की समस्या से छुटकारा पाने में मदद मिलती है।

शोध के अनुसार, उबले हुए बैंगनी शकरकंद पके हुए या तले हुए शकरकंद खाने से बेहतर है, क्योंकि उच्च तापमान और तेल के अवशोषण के तहत, कई पोषक तत्व समाप्त हो जाते हैं।

इससे शकरकंद में वसा (Fat) की मात्रा अधिक हो जाती है। जैसा कि आप जानते हैं, उच्च रक्तचाप वाले लोगों के लिए यह अच्छा नहीं है।

29.कीवी फल Kiwi Fruit

हाई ब्लड प्रेशर के घरेलू उपचार की इस सूची में किवीफ्रूट अगला है। ओस्लो विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने 50 पुरुषों और 68 महिलाओं पर एक अध्ययन किया।

सभी की उम्र 55 साल । इन सभी को उच्च रक्तचाप की समस्या थी। इनको दो समूहों में बनता गया। एक समूह को प्रति दिन तीन कीवी फल खाने थे, और दूसरे समूह को प्रतिदिन एक सेब।

एक महीने के बाद के परिणामों से पता चला कि कीवी फल खाने वाले लोगों के समूह में सेब खाने वाले लोगों के समूह की तुलना में काफी कम रक्तचाप था।

किवीफ्रूट में रक्तचाप कम करने का प्रभाव होता है क्योंकि इसमें ल्यूटिन और एंटीऑक्सीडेंट बहुत अधिक होता है। यदि आप उच्च रक्तचाप से ग्रस्त रोगी हैं या आप इस स्थिति से बचना चाहते हैं, तो नियमित रूप से हर दिन कीवीफ्रूट का सेवन करें।

30. गाजर Carrot

गाजर का उपयोग उच्च रक्तचाप के लिए एक घरेलू उपचार भी है जिसे आपको करने की कोशिश करनी चाहिए। गाजर फाइबर में उच्च और पदार्थों का एक परिसर है जो रक्तचाप के लिए अच्छा है।
यदि आप 30 दिनों के लिए दिन में दो बार 100 ml ताजा गाजर का रस लेते हैं, तो आपको इसका काल्पनिक प्रभाव दिखाई देगा।
इसके अलावा, गाजर में बीटा कैरोटीन आई टोनर होता है। इसलिए, इस उपाय को चुनना एक अच्छा विकल्प है।

31.धनिया चूर्ण का सेवन –

हाई ब्लड प्रेशर से ग्रसित व्यक्ति को कोरिएंडर अर्थात धनिए के चूर्ण का सेवन करना चाहिए। ये हाई बीपी को समान्य करने में मदद करता है। इसके लिए धनिया को भूनकर उसका चूर्ण बना लीजिए और उसमें थोड़ा सा शक्कर मिलाकर प्रतिदिन इसका सेवन कीजिये। इससे उच्च रक्तचाप कंट्रोल में रहता है। अगर डायबिटीज के मरीज हैं तो बिना शक्कर मिलाए सिर्फ धनिया के चूर्ण को पानी के साथ लें।

32.मेथी और अजवायन का पानी –

High Blood Pressure में मेथी एवं अजवायन का पानी भी बहुत लाभकारी होता है। हाई बीपी के रोगियों को इससे काफी लाभ मिलता है। इसके लिए एक चम्मच मेथी और अजवायन के चूर्ण को पानी में डालकर रातभर के लिए छोड दीजिए। अगले रोज सुबह में इसे छानकर खाली पेट इसका पानी पिएं, लाभ मिलेगा।

33.दालचीनी की चाय –

प्रतिदिन सुबह में दालचीनी की चाय पीने से भी हाई ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है। इसको तैयार करना भी बहुत ही आसान है। इसके लिए नॉर्मल चाय तैयार करते वक्त जब ये उबलना शुरू हो जाए, तब इसमें 1 चम्मच दालचीनी का पाउडर डाल दीजिए, या फिर आप साबुत दालचीनी को कूट कर भी डाल सकते हैं। इसे थोड़ी देर तक और उबलने दें। इसके बाद छानकर सामान्य चाय की तरह पिएं।

34.अपने आहार में सोडियम को कम करें

आपके भोजन में सोडियम की थोड़ी सी कमी आपके हृदय के स्वास्थ्य में सुधार कर सकती है और रक्तचाप कम हो सकता है। रक्तचाप पर सोडियम के सेवन का प्रभाव लोगों के समूहों में भिन्न होता है। अपने आहार में सोडियम को कम करने के लिए इन सुझावों पर विचार करें:

फूड लेबल पढ़ें, यदि संभव हो तो, आमतौर पर आपके द्वारा खरीदे जाने वाले खाद्य और पेय पदार्थों के कम-सोडियम वाला विकल्प चुनें।
कम प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ खाएं, खाद्य पदार्थों में प्राकृतिक रूप से सोडियम की थोड़ी मात्रा ही होती है। अधिकांश सोडियम प्रसंस्करण के दौरान जोड़ा जाता है।
अपने भोजन में नमक कम से कम डालें।

35.धूम्रपान छोड़ दें

आपके द्वारा धूम्रपान की जाने वाली प्रत्येक सिगरेट समाप्त होने के बाद भी कई मिनटों तक आपके रक्तचाप को बढ़ाती है। धूम्रपान बंद करने से आपका रक्तचाप सामान्य होने में मदद मिलती है। धूम्रपान छोड़ने से आपके हृदय रोग का खतरा कम हो सकता है और आपके स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है। धूम्रपान छोड़ने वाले लोग उन लोगों की तुलना में अधिक समय तक जीवित रह सकते हैं जिन्होंने कभी धूम्रपान नहीं छोड़ा।

36.अपने तनाव को कम करें

क्या आप जानते है की तनाव उच्च रक्तचाप में योगदान कर सकता है। रक्तचाप पर पुराने तनाव के प्रभावों को निर्धारित करने के लिए अधिक शोध की आवश्यकता है। इस बात पर सोचने के लिए कुछ समय लें कि आप तनावग्रस्त क्यों महसूस करते हैं, जैसे कि काम, परिवार, पैसा या बीमारी। अगर आप जानते हैं कि आपके तनाव का कारण क्या है, तो विचार करें कि आप तनाव को कैसे खत्म या कम कर सकते हैं। यदि आप अपने सभी तनावों को खत्म नहीं कर सकते हैं, तो आप कम से कम उनके साथ अच्छे तरीके से सामना कर सकते हैं।

37.हाई ब्लड प्रेशर के उपाय है तरबूज के बीज { BP Kam Karne ke Upay me Watermelon सीड्स }

तरबूज के बीज के अंदर cucurbocitrin कम्पाउंड पाया जाता है जो की हमारी रक्त कोशिकाओं को फ़ैलाने का काम करता है | साथ ही यह किडनी की कार्यक्षमता बढ़ाने के लिए भी अधिक फायदेमंद है | रोजाना इसके सेवन करने से यह बढे हुए ब्लडप्रेशर लेवल को कम करता जाता है |

बनाने की विधि
हाई बीपी का इलाज करने के इस नुस्खे को तैयार करने के लिए सबसे पहले तरबूज के बीजो को अच्छी तरह सूखा ले | मार्किट में बिना छिलके वाले तरबूज के बीज आसानी से मिल जाते है | आप उनका भी इस्तेमाल कर सकते है | खस खस और सूखे हुए तरबूज के बीजो को बराबर मात्रा में लेकर मिक्सर में चलाकर इनका पावडर बना ले | और इस तैयार पावडर को किसी कांच या प्लासिटक के जार में भरकर रख ले |

सेवन करने का तरीका
रोजाना सुबह पानी के साथ नाश्ता करने से 1 घंटे पहले इस पावडर का सेवन करें | खसखस शरीर के खून से जुड़े सभी तरह के रोगो को दूर करने के लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद होती है | इसके अंदर आइरन, विटामिन बी 6 और पोटेशियम की मात्रा अधिक होती है | जिसका सीधा असर हमारे रक्तचाप पर होता है |

तरबूज के बीज से साथ साथ तरबूज भी बढे हुए ब्लड प्रेशर को कम करने के लिए काफी उपयोगी होता है | तरबूज खाने के लगभग 15 मिनिट बाद ही इसका असर हमारे रक्तचाप पर होना शुरू हो जाता है | यह हमारे शरीर में नाइट्रिक ऑक्साइड के प्रोडक्शन को बढ़ाता है | जिससे की खून ले जाने वाली नसों में फैलाव बढ़ता है और दबाव कम होता है | हाई ब्लड प्रेशर की समस्या होने पर गर्मियों में भरपूर मात्रा में तरबूज खाना चाहिए |